फरीदाबाद, (सरूप सिंह)। रंकबन्धु साहित्य अकादमी का लोकापर्ण एवं अलंकरण समारोह डी.ए.वी. शताब्दी महाविद्यालय में आयोजित हुआ। इस अवसर पर अकादमी के चेयरमैन आचार्य प्रकाश चन्द्र फुलोरिया की 5 पुस्तकों – ऋषियों की वाणी दोहों में जाणी, दोहा लेखन कला, हिन्दी का शुद्व प्रयोग, मंच संचालन कला तथा फुलोरिया वंश वृक्ष का लोकार्पण किया। समारोह के मुख्य अतिथि शिक्षाविद तथा डिवाईन पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर एस.एस. गोसाई रहे तथा समारोह की अध्यक्षता सेवानिवृत प्राचार्य तारादत फुलोरिया ने की।
समारोह में देव प्रसाद भारद्वाज ग्राम प्रधान कमला फुलोरिया आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन तथा शिरडी साई बाबा स्कूल के बाल कलाकारों द्वारा सरस्वती वन्दना के साथ किया गया। अकादमी के महासचिव अम्बादत्त भटट् ने अकादमी का संक्षिप्त परिचय दिया। अकादमी के चेयरमैन तथा पुस्तक के लेखक आचार्य प्रकाश चन्द्र फुलोरिया ने अपनी पांचो पुस्तकों का संक्षिप्त परिचय देते हुए आगन्तुर्को का धन्यवाद किया।
साहित्यकार डॉ. अन्जु दुआ जैमिनी ने फुलोरिया वंशवृक्ष पुस्तक पर चर्चा करते हुए फुलोरिया वंश वृक्ष को वटवृक्ष की संज्ञा दी। अकादमी द्वारा वर्ष 2019 से 2022 तक के चार वर्षो के लिए सेवा, शिक्षा और साहित्य में उल्लेखनीय योगदान करने वाले 12 विभूतियों को इस समारोह में अलंकृत किया गया। समारोह में सेवा के क्षेत्र में ललित कुमार झाम्ब, वीनू शर्मा, रीना मलिक तथा यशपाल रावत को ’रंकबन्धु सेवा शिरोमणि सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
शिक्षा के क्षेत्र में डॉ. अशोक सिन्हा, ’उदार’, प्रोफेसर चन्द्रभानु आर्य, डॉ. सविता भगत तथा डॉ. मधु पाराशर को ’रंकबन्धु शिक्षा शिरोमणि सम्मान’ से अलंकृत किया गया तथा साहित्य के क्षेत्र में डॉ. घमण्डी लाल अग्रवाल, प्रकाश लखानी , सुदर्शन रत्नाकर तथा पूरन चन्द्र काण्डपाल को ’रंकबन्धु साहित्य शिरामणि सम्मान’ से अलंकृत किया गया।