फरीदाबाद, (सरूप सिंह)। swami vivekananda center समस्त देश में अपने केंद्रों के माध्यम से भारत की संस्कृति, धर्म व समाज की एकजुटता के लिए कार्य कर रहा है। स्वामी विवेकानंद ने जीवन भर लोगों को संगठित करने व उनमे आत्मविश्वास पैदा करने के लिए भ्रमण किया। उक्त विचार स्वामी विवेकानंद केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष बालकृष्ण ने अपने फरीदाबाद प्रवास के दौरान शहर के प्रबुद्ध लोगों से चर्चा के दौरान व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि विवेकानंद के विचारों व सोच को पूरा करने के लिए स्वामी विवेकानंद केंद्र भरपूर प्रयास कर रहा है। केंद्र के फरीदाबाद संचालक सुधीर कपूर व हरियाणा प्रदेश के सह संचालक दशरथ चौहान ने बालकृष्ण का शाल भेंट कर अभिनन्दन किया। व माँ अमृतानंदमयी अस्पताल के निदेशक स्वामी निजामृतानन्द पुरी को स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया।
माता अमृतानंदमई अपस्ताल परिसर में आयोजित संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग इस केंद्र से जुड़ना चाहते हैं, उनको व प्रबुद्ध लोगों को विवेकानंद केंद्र के कन्याकुमारी स्थित मुख्यालय आवश्य आना चाहिए। वहां स्वामी विवेकानंद के जीवन से जुडी यादों के साथ समाज की एकता व राष्ट्रीयता से जुड़ी सामग्री की प्राप्ति के साथ साथ आत्मिक शांति की अनुभूति होती है।
उन्होंने कहा ,मानव शरीर उन पांच तत्वों से बना है जिससे ये विश्व ही नहीं अपितु पूरे ब्रह्मांड का निर्माण हुआ है। परमात्मा रूपी आत्मा लघु कणो के रूप में हमारे शरीर व आत्मा में विराजमान है। यदि हम अपनी आत्मा के अंदर झाँक कर देखें तो वहीँ ईश्वर की प्राप्ति होगी। केंद्र के अध्यक्ष बालकृष्ण ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत के लोगों में आत्मविश्वास पैदा करने व संगठित करने के लिए जीवन भर प्रयास किया।