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Petrol Diesel Prices: आम जनता को मिली राहत, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई कटौती

सरकारी तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की है, जिससे देशभर के कई राज्यों में आम जनता को राहत मिली है। आज, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कमी की खबर ने लोगों को महंगाई के दबाव से कुछ राहत प्रदान की है।

कीमतों में गिरावट की विशेषताएँ
सरकारी तेल कंपनियों द्वारा की गई ताजा कटौती के अनुसार, पंजाब में पेट्रोल की कीमत 19 पैसे घटकर 96.70 रुपये प्रति लीटर हो गई है। इसी तरह, डीजल की कीमत भी 21 पैसे घटकर 86.98 रुपये प्रति लीटर पर आ गई है। हरियाणा के गुरुग्राम में, पेट्रोल की कीमत 14 पैसे घटकर 94.97 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 14 पैसे घटकर 87.83 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

देश के प्रमुख शहरों में स्थिति
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई विशेष बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रही हैं। हालांकि, चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 23 पैसे घटकर 100.75 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 22 पैसे घटकर 92.34 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

राज्यों में की गई कटौती का विवरण
– बिहार: पेट्रोल की कीमत 44 पैसे घटकर 106.87 रुपये प्रति लीटर हो गई है, जबकि डीजल की कीमत 41 पैसे घटकर 93.61 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
– उत्तर प्रदेश (यूपी): पेट्रोल की कीमत 12 पैसे घटकर 94.25 रुपये प्रति लीटर हो गई है, और डीजल की कीमत 14 पैसे घटकर 87.27 रुपये प्रति लीटर हो गई है।
– महाराष्ट्र: पेट्रोल की कीमत 20 पैसे घटकर 104.24 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 20 पैसे घटकर 90.77 रुपये प्रति लीटर हो गई है।

कीमतों में बदलाव के कारण
तेल की कीमतों में कटौती की यह कार्रवाई वैश्विक तेल बाजार में उतार-चढ़ाव और घरेलू कर ढांचे में बदलाव के साथ-साथ पेट्रोलियम उत्पादों की सप्लाई और डिमांड के आधार पर की गई है। अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों में कुछ स्थिरता और घरेलू बाजार में मांग की स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

सार्वजनिक प्रतिक्रिया और प्रभाव
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इस कटौती से आम जनता को महंगाई के बोझ को कुछ हद तक कम करने में मदद मिलेगी। वाहन मालिकों और ट्रांसपोर्ट सेक्टर के लिए यह राहत का संदेश लेकर आई है। इसके अलावा, इस कटौती से अन्य वस्तुओं की कीमतों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि परिवहन लागत में कमी आने से अंततः उत्पादों की कीमतों में भी कमी देखी जा सकती है। उम्मीद की जा रही है कि यह कटौती बाजार में सकारात्मक बदलाव लाएगी और जनता की बढ़ती चिंताओं को कम करेगी। तेल कंपनियों ने वादा किया है कि वे वैश्विक और घरेलू परिस्थितियों के आधार पर मूल्य निर्धारण में आवश्यक संशोधन करती रहेंगी।

NEWS SOURCE Credit : punjabkesari

Prime Haryana
Author: Prime Haryana

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