हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया राजस्थान में बीजेपी का प्रचार
बाड़मेर, (प्राइम न्यूज़ नेटवर्क)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी राजस्थान में Lok Sabha Elections (Lok Sabha Elections 2024) के लिए लगातार भाजपा प्रत्याशियों का धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र में जनसभा में नायब सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के लोगों को वोट बैंक के रूप में प्रयोग किया है और उन्हें अधिकारों से वंचित रखने का काम किया है।

नायब सैनी बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र के बालतोरा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार कैलाश चौधरी के समर्थन में विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जब ओबीसी को अधिकार देने की बात आई तो कांग्रेस ने इनका अधिकार देने से रोकने का काम किया और जब मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू करने की बात आई तो उसका भी कांग्रेस ने डटकर विरोध किया।
नायब सैनी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के लोगों को ऊपर उठाने का काम किया। आज केंद्रीय मंत्रिमंडल में 27 मंत्री ओबीसी समाज से हैं जो अपने आपमें एक रिकॉर्ड है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा ने पिछले दिनों सरप्लस पानी राजस्थान को देने का प्रस्ताव पास किया है। कांग्रेस इसके भी विरोध में है, कांग्रेस ने पानी नहीं देने की बात कही है।
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कहा कि वैश्विक महामारियां पहले भी आती रही हैं, लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने कभी भी इन पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पोलियो की वैक्सीन आने में 20 साल लगे। चेचक की वैक्सीन आने में 30 साल लगे और प्लेग की वैक्सीन आने में 40 साल लगे। इस दौरान कांग्रेस की सरकारें थी, लेकिन जब नरेंद्र मोदी के शासनकाल में कोरोना की महामारी आई तो नरेंद्र मोदी ने देश को सजग करने और संभालने का काम किया।
मोदी सरकार ने 8 महीने में दो वैक्सीन तैयार करवा दी, जो न केवल देश के लोगों को फ्री लगी, बल्कि 100 देशों में भारत ने वैक्सीन भेजने का काम किया। श्री सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा समस्या को बनाए रखकर वोट हासिल करने का काम किया है जबकि भाजपा ने समस्या का समाधान निकालकर समस्या को खत्म किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर की समस्या को बनाए रखकर कांग्रेस वोट हासिल करती रही।
उन्होंने राजस्थान के लोगों को याद करवाया कि राजस्थान के हेमराज का सिर कांग्रेस के राज में धड़ से अलग कर दिया गया। सौरव कालिया के 28 टुकड़े किए गए। पंजाब के सरबजीत की बहन अपने भाई की सुरक्षित रिहाई के लिए गुहार लगाती रही लेकिन कांग्रेस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। वहीं भाजपा के शासनकाल में अभिनंदन की 24 घंटे से भी कम समय में सुरक्षित रिहाई हो गई।