फरीदाबाद: पुलिस आयुक्त राकेश आर्य के निर्देशानुसार, डीसीपी हेडक्वार्टर अभिषेक जोरवाल के मार्गदर्शन में सामुदायिक पुलिसिंग सेल द्वारा आमजन, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को साइबर अपराध, महिला विरुद्ध अपराध, सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के बारे में लगातार जागरूक किया जा रहा है। इसी क्रम में आज सामुदायिक पुलिसिंग और छांयसा थाना की टीम ने छांयसा गांव में 150 से अधिक लोगों को नशा मुक्ति, साइबर अपराध तथा यातायात नियमों के प्रति जागरुक किया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आमजन को विभिन्न सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक किया गया जिसमें नशे के बारे में जागरूक करते हुए पुलिस टीम ने बताया कि नशा एक गंभीर समस्या है जो व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर सकती है। नशा व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बना देता है, और उसे अपने जीवन के उद्देश्यों और लक्ष्यों से दूर ले जाता है। नशे के कारण व्यक्ति की सोच और व्यवहार में नकारात्मक परिवर्तन आ जाते हैं, जिससे वह अपने परिवार, समाज और देश के लिए बोझ बन जाता है। नशे की लत व्यक्ति को आत्मविश्वास से भी वंचित कर देती है, जिससे वह अपने जीवन में आगे बढ़ने में असमर्थ होता है। नशे के दुष्प्रभावों से बचने के लिए हमें नशीली चीजों से दूर रहना चाहिए और अपने जीवन को स्वस्थ और सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाना चाहिए। हमें अपने परिवार, मित्रों और समाज के साथ मिलकर नशे के खिलाफ लड़ना चाहिए और एक स्वस्थ और सुखी जीवन जीना चाहिए।
सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक करते हुए बताया कि यातायात नियमों का पालन करना सड़क सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इसलिए यात्रियों को सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए जैसे कि सीट बेल्ट का उपयोग करना और वाहन चालक को दिए गए स्पीड लिमिट का पालन करना, रेड लाइट पर रुकना, सुरक्षा उपकरण पहनना इत्यादि महत्वपूर्ण है। साइबर अपराध से बचने के लिए पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराध होने पर तुरन्त साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 एंव www.cybercrime.gov.in पोर्टल पर सूचित करने बारे बताया गया और अंत में ग्रामीणों को नशे से दूर रहने और जिम्मेदार नागरिक बनने की शपथ दिलाई गई।
Author: Prime Haryana
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