फरीदाबाद, (सरूप सिंह)। समाज कार्य प्रायोगिक गतिविधि है जिसने सामाजिक तानाबाना समझ कर नित नये प्रयोग संभव है। ऐसे शिविर समाज कार्यकर्ताओं को प्रैक्टिकल एक्सपोज़र देता है। शिविर में मिले अनुभव को छात्रों ने जीवन और आगे प्रोफेशनल करियर में प्रयोग करना चाहिए। बतौर मुख्यवक्ता प्रो. सविता भगत, ने ग्राम सीकरी में JC Bose University द्वारा आयोजित सात दिवसीय समाज कार्यशिविर के समापन सत्र में कहें।

जे सी बोस यूनिवर्सिटी में संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पवन सिंह ने बताया की ये बीएसडब्लू के छात्रों के लिए शिविर था। यह शिविर बीएसडब्लू वितीय वर्ष के छात्रों के लिए ग्रामीण शैक्षिक शिविर पाठ्यक्रम के एक अनिवार्य भाग के रूप में आयोजित किया गया था। जो छात्रों को समूह कार्य, टीम भावना और ग्रामीण जीवन के विभिन्न आयामों को सीखने में सक्षम बनाता है।
कार्यक्रम की शुरुआत 24 मार्च को ग्राम सीकरी में 3 पेड़ (त्रिवेणी) लगाकर की गई। समापन सत्र में कार्यक्रम के मुख्यअतिथि फ्लेम्स के डीन प्रो. अतुल मिश्रा थे। उन्होंने छात्रों को समाज के बारे में अधिक जानने और इसके विकास में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि जीवन जीने की कला ग्रामीण परिवेश से सीखी जा सकती।
संचार एवं मीडिया तकनीकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर पवन सिंह ने बताया
डॉ. पवन सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि युवा देश के भविष्य है। ऐसे में छात्रों को 2047 के भारत हेतु अपने को अभी से तैयार करना होगा जिससे हम स्वर्णिम भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। डॉ. पवन सिंह ने बताया इन इन सात दिनों में छात्रों ने ग्रामीण जीवन और समाज के प्रत्येक आयाम का गहराई से अध्ययन करने किया। शिविर में राम फाउंडेशन की संस्थापक नमृता नारायण द्वारा “उद्यमिता” पर विशेषज्ञ व्याख्यान दिया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने मीडिया विभाग को इस सुंदर शिविर के आयोजन के लिए बधाई देते हुए कहा किविश्वविद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रकार के शिविर का आयोजन विश्वविद्यालय की इसी प्रतिबद्धता केपरिणाम है। कार्यक्रम के अंत में सीकरी गाँव के सरपंच विवेक ने मीडिया विभाग और विश्वविद्यालय प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
