बेटियां भी चाहती हैं उडऩा, उन्हें रोको नहीं, टोको नहीं
सोनीपत, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। बेटियां भी उडऩा चाहती हैं, उन्हें रोको नहीं, टोको नहीं। इस थीम पर जीवीएम गल्र्ज कालेज में International Day of Women and Girls in Science मनाते हुए राष्ट्रीय स्तर पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन भी किया। संस्था के प्रधान डा. ओपी परूथी व प्राचार्या डा. मंजुला स्पाह ने सफल आयोजन की बधाई देते हुए बेटियों को विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर निर्माण के लिए प्रोत्साहित किया।
इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन रोहतक चैप्टर के साथ मिलकर जीवीएम की महिला सैल ने यह आयोजन किया, जिसका शुभारंभ आमंत्रित अतिथियों ने दीप प्रज्वलित करते हुए किया। अतिथियों में विशेष रूप से एमडीयू रोहतक के कैमिस्ट्री विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. एसपी खटकड़, पीजीआईएमएस रोहतक के एनेस्थेसिया विभाग की सीनियर प्रोफेसर डा. सुशीला तक्षक, सीएसआईआर-एनपीएल की वैज्ञानिक डा. अवनी खटकड़ शामिल रहे।
डा. एसपी खटकड़ ने कहा कि किसी भी देश के समग्र विकास में विज्ञान और तकनीक की विशेष भूमिका रहती है, जिनके बिना विकास संभव नहीं। डा. सुशीला तक्षक ने दिल के रोगों पर चर्चा करते हुए कहा कि हर व्यक्ति दिल के रोगियों को बचाने में विशेष योगदान दे सकता है। डा. अवनी खटकड़ ने विज्ञान गणित इंजीनियरिंग और तकनीकों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान प्रतिभागियों ने ओरल पेपर प्रेजेंटेशन तथा पोस्टर प्रेजेंटेशन भी दी।
पोस्टर प्रेजेंटेशन में हिंदू कालेज सोनीपत की डा. शिल्पी गुप्ता तथा जीवीएम की बीएससी द्वितीय वर्ष की माही व निशू संयुक्त रूप से विजेता बनी। ओरल पेपर प्रेजेंटेशन में जीवीएम की प्राध्यापिका डा. तमन्ना और डा. प्रगति ने बाजी मारी। वहीं, डैक्लामेशन कांटेस्ट में जीवीएम की अलंकृता त्यागी ने प्रथम, राजकीय महिला महाविद्यालय गोहाना की मानवी ने द्वितीय तथा इंदिरा गांधी पीजी महाविद्यालय कैथल की अक्षिता ने तृतीय स्थान हासिल किया।