फरीदाबाद, (सरूप सिंह)। नए युवा वकील अपने प्रोफेशन में ऊंचाई छूना चाहते हैं तो अपनी नीति और नीयत में खरे बनने की शपथ लें। यह बात हरियाणा की पुलिस आईजी क्राइम राजश्री सिंह ने कही। वह ऑल इंडिया बार एक्जामिनेशन (एआईबीई) पास करने वाले युवा वकीलों के लिए आयोजित बैंड सेरेमनी एवं समाज में वकीलों का महत्व विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित कर रही थीं।
इसका आयोजन ग्रेटर फरीदाबाद के आईएमटी कॉलेज में लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम एवं जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। राजश्री सिंह ने कहा कि एक वकील के पास जो भी आता है, वह कहीं न कहीं से पीडि़त होता है, पीड़ा में होता है। ऐसे में वकील को चाहिए कि वह उस व्यक्ति को राहत देने का प्रयास करे, न कि किसी प्रकार से उसका कष्ट बढ़ाये।
वकीलों को चाहिए कि वह अपराध करके आए व्यक्ति की भी पहचान करे कि क्या उससे अपराध गलती में, बचाव में अथवा उन्माद में हो गया है अथवा वह स्वभाववश अपराधी है। इस प्रकार आप सही व्यक्ति को न्याय दिला सकेंगे। राजश्री ने अपने जीवन की कहानी भी युवा वकीलों को सुनाई जिससे सभी बड़े प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि जीवन में पढऩे का महत्व है लेकिन गढऩे का उससे भी ज्यादा है।
इससे पहले यहां पहुंचने पर आईजी राजश्री सिंह का लॉयर्स सोशल जस्टिस फोरम के चेयरमैन राजेश खन्ना एडवोकेट, फरीदाबाद बार एसोसिएशन के प्रेसीडेंट एडवोकेट राजेश बैंसला, आईएमटी के निदेशक डॉ रवि हांडा, वरिष्ठ वकील अश्वनी त्रिखा, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विकास वर्मा, प्रसिद्ध समाजसेवी अशोक जॉर्ज व अन्य द्वारा शॉल एवं बुके से स्वागत किया गया। मंच का संचालन शिक्षाविद प्रेरक प्रो डॉ एमपी सिंह ने किया।