रोहतक, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। हरियाणा के रोहतक जिला प्रशासन ने बाल कल्याण परिषद के अंतर्गत आने वाले जगन्नाथ आश्रम में रह रही एक marriage of orphan daughter पूरी रस्मो रिवाज व हर्षोल्लास के साथ संपन्न करवरकर एक मिसाल कायम की है। यह नेक कार्य करवाने में रोहतक के उपायुक्त अजय कुमार की अग्रणी भूमिका रही है। उपायुक्त के नाम से ही विवाह का कार्ड छपवा कर दिया गया निमंत्रण।
करिश्मा के रिश्ते से लेकर विवाह संपन्न होने तक सभी कार्य उपायुक्त अजय कुमार की देखरेख में पूरे किए गए। उपायुक्त स्वयं भी विवाह कार्यक्रम में मौजूद रहे और उन्होंने अनाथालय में पली पढ़ी इस बेटी को आशीर्वाद भी दिया। करिश्मा दो साल से अनाथ आश्रम में रह रही है और वहीं पर उसका पालन पोषण व पढ़ाई हुई है। 12वीं कक्षा की पढ़ाई करने के उपरांत इस बेटी ने अपना विवाह करने की इच्छा जताई थी।
बाल भवन परिवार ने बेटी की इच्छा अनुसार उसके वर की तलाश के लिए विज्ञापन दिया और प्राप्त आवेदनों के आधार पर जिला प्रशासन ने दो बेहतर लडक़ों का चयन करके प्रस्ताव करिश्मा के सामने रखा। करिश्मा ने इन दोनों में से अपने वर के रूप में निकू का चयन किया। विवाह के अवसर पर उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि बाल भवन में रह रही इस बेटी का विवाह पूरे रस्मों-रिवाज के साथ संपन्न किया गया, ताकि यह बेटी अपने आप को अनाथ महसूस ना करें।
उन्होंने प्रशासन के मुखिया के तौर पर इस विवाह में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की सचिव रंजीता मेहता ने कहा कि जगन्नाथ आश्रम में करिश्मा को पूरे लाड-प्यार से पालन-पोषण किया गया है और उम्मीद करते हैं कि उसके ससुराल वाले भी बेटी को पूरा मान-सम्मान देंगे। उन्होंने कहा कि विवाह कार्यक्रम में मिलनी, बैंड बाजा, मेहंदी, हल्दी व तेल आदि की तमाम रस्में पूरी की गई है।
उन्होंने कहा कि ससुराल में एक बहू के व्यवहार व संस्कार क्या होने चाहिए, इस बारे पूरी तरह से करिश्मा को समझाया गया है। इस विवाह को करवाने में माइक्रोन ग्रुप ऑफ इंडस्ट्रीज की भी प्रमुख भूमिका रही है। नव-नवेली दूल्हन करिश्मा ने अपने विवाह के अवसर पर कहा कि भले ही वह अनाथालय में पली व बढ़ी है, लेकिन कभी भी उसे परिवार की कमी महसूस नहीं होने दी गई, आज वह बेहद खुश है।