National Press Day के अवसर पर पत्रकारिता के बदलते स्वरूप विषय पर संगोष्ठी आयोजित
रोहतक, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने मीडिया कर्मियों को National Press Day की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे बदलते परिवेश में जिम्मेवारी एवं एथिक्स के साथ रिपोर्टिंग कर जनता तक सही सूचना पहुंचाए। प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए कहा जाता है क्योंकि मीडिया जनता व सरकार के मध्य एक ब्रिज के तौर पर कार्य करता है। प्रेस विभिन्न मामलों का फॉलोअप भी अवश्य करें ताकि जनता को पूर्ण जानकारी प्राप्त हो सकें।
अतिरिक्त उपायुक्त स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस के अवसर पर सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग तथा जिला प्रशासन द्वारा पत्रकारिता के बदलते स्वरूप विषय पर आयोजित संगोष्ठी में मीडिया कर्मियों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी तथ्यों की पूरी तरह जांच पड़ताल के उपरांत ही खबरें प्रकाशित करें ताकि जनता तक सही जानकारी पहुंचे।
नरेंद्र कुमार ने प्रेस के बदलते स्वरूपों के संदर्भ में कहा कि सबसे पहले प्रिंट मीडिया शुरू हुआ, जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया तथा अब सोशल मीडिया का दौर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आज भी जनता का प्रिंट मीडिया पर वही विश्वास है। उन्होंने कहा कि मीडिया अपनी विश्वसनीयता को बनाए रखें तथा मामलों की तह तक जाकर रिपोर्टिंग करें। मीडिया किसी भी मामले में जल्दबाजी न करें तथा किसी घटना का मीडिया ट्रायल न करें।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के जनसंपर्क विभाग के निदेशक सुनीत मुखर्जी ने अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि मीडिया का कार्य प्रारंभ में भी चुनौतीपूर्ण था, आज भी चुनौतिपूर्ण है तथा भविष्य में भी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने प्रेस के इतिहास तथा इसके बदलते स्वरूपों पर विस्तृत प्रकाश डाला। जींद स्थित चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के जनसंपर्क प्राध्यापक कृष्ण कुमार ने भी मीडिया के महत्व तथा बदलते स्वरूपों का उल्लेख किया।
फरीदाबाद मीडिया सेंटर में मनाया गया राष्ट्रीय प्रेस दिवस
सेक्टर-12 स्थित लघु सचिवालय के ग्राउंड फ्लोर पर स्थापित मीडिया सेंटर में राष्ट्रीय प्रेस दिवस मनाया गया। राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर पत्रकारों ने कहा कि मीडिया प्रजातंत्र का सशक्त प्रहरी है। न्यायपालिका, विधायिका व कार्यपालिका के बाद मीडिया को चौथा स्तंभ के रूप में जाना जाता है। मीडिया लोकतंत्र व लोगों के बीच सेतु का काम करती है। उन्होंने कहा कि पत्रकार लेखनी के माध्यम से समाज को न केवल दिशा देते हैं बल्कि समस्याओं व गड़बड़ियों को उजागर भी करते है।