Faridabad : विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के मौके पर हरियाणा प्रदेश के उद्योग वाणिज्य, श्रम, खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले तथा चुनाव मंत्री मूलचंद शर्मा ने विभाजन के प्रत्यक्षदर्शी बुजुर्गो का आज शॉल भेंट कर सम्मानित किया। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम आज बल्लभगढ़ के शहीद राजा नाहर सिंह पार्क में आयोजित किया गया। इस मौके पर शहीद स्मारक पर भी पुष्प अर्पित किए।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा ने सभी बुजुर्गों से आशीर्वाद लिया और जब देश का बंटवारा हुआ था तो उस समय किस तरीके से हालात बिगड़े थे कितनी परेशानियां इन लोगों के सामने आई थी। विभाजन के समय उनके द्वारा झेले गए दुख की कहानी भी बुजुर्गों की जुबानी सुनी। कैबिनेट मंत्री मूलचंद कहा कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस भारत में 14 अगस्त को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य 1947 में भारत के विभाजन के दौरान हुई त्रासदियों और संघर्षों को याद करना है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य उन कठिनाइयों और चुनौतियों को याद करना है जो उस समय लोगों ने झेली थी और उनसे सीख लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज को प्रेरित करना है।
रिटायर्ड कैप्टन प्रेम सागर ने विभाजन के समय उनके साथ हुए अत्याचार की कहानी को भी विस्तार सुनाया। सभी बुजुर्ग और इस मौके पर मौजूद शहर के गणमान्य लोगों की आंखें भी दर्द भरी दास्तां को सुनकर नम हो गई। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर सम्मानित किए गए बुजुर्ग श्याम लाल छाबड़ा, गिरधारी लाल जुनेजा, रिटायर्ड सेना कैप्टेन प्रेम सागर खन्ना, लक्ष्मी देवी, राधे श्याम कुकरेजा, कृष्णा देवी चुघ, शन्नो देवी कालरा, लक्ष्मी देवी कालरा सहित करीब 25 बुजुर्गों का सम्मान किया गया। इस मौके पर टिपर चंद शर्मा, मूलचंद मित्तल, पारस जैन, प्रेम खट्टर, वीरेंद्र मनचंदा, ज्योति छाबड़ा, राकेश गुर्जर, महेश गोयल, कौशल शर्मा, महावीर सैनी, अंबिका शर्मा, सुषमा यादव, बुद्धा सैनी, संजीव बैंसला सहित शहर के गणमान्य व्यक्तिगण मौजूद रहे।
Author: Prime Haryana
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