नई दिल्ली, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। (India’s electricity exports) केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “हमारा लक्ष्य सभी को हर समय बिजली उपलब्ध कराना है और सरकार का लक्ष्य देश भर में शत-प्रतिशत घरों तक बिजली पहुंचाना है।” बिजली की सुलभता और जनजातीय एवं सीमावर्ती क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखते हुए दीन केंद्र सरकार ने कई योजनाएं बनाई है।
जीवाश्म और गैर-जीवाश्म विद्युत उत्पादन
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जीवाश्म आधारित बिजली क्षमता 2014 में 168 गीगावाट से बढ़कर जनवरी 2025 में 246 गीगावाट हो गई है, जो लगभग 46 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।
उन्होंने यह भी बताया कि गैर जीवाश्म क्षमता में वृद्धि 2014 में लगभग 80 जीडब्ल्यू से बढ़कर 2025 में लगभग 220 जीडब्ल्यू (31 जनवरी 2025 तक) हो गई है, जो लगभग 180 प्रतिशत की वृद्धि है।
ट्रांसमिशन वृद्धि और अनुमान
वृद्धि और ट्रांसमिशन नेटवर्क पर प्रकाश डालते हुए श्री मनोहर लाल ने बताया कि ट्रांसमिशन नेटवर्क 2014 में 2.91 लाख सीकेएम से बढ़कर 2025 में 4.92 लाख सीकेएम हो गया है।
ट्रांसमिशन नेटवर्क विस्तार:
विद्युत् मंत्री मनोहर लाल ने बताया की जहाँ 2014 में जहाँ देश में करीब तीन लाख सर्किट किलोमीटर लाइनें थी, जो की 2024 में बढ़कर 4 लाख 85 हजार लाख सर्किट किलोमीटर हो गई। आज देश में 4 लाख 92 हजार लाख सर्किट किलोमीटर लाइनें हो गई है। खट्टर ने बताया की भारत एक बड़े बिजली निर्यातक देश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है। मीडिया को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारत बिजली का शुद्ध निर्यातक बन गया है, और 2025 तक भारत का शुद्ध बिजली निर्यात 1625 एमयू होगा।
बिजली वितरण: घटती कमी का अंतर
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि ऊर्जा की कमी 2014 में 4.2 प्रतिशत से घटकर 2025 में 0.1 प्रतिशत हो जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा ऊर्जा की कमी को दूर करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
डिस्कॉम: घाटे में कमी
एटीएंडसी घाटा 2014 में 22.62 प्रतिशत से घटकर 2025 में 15 प्रतिशत हो गया है और 2030 तक इसे और घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया जाएगा।
स्मार्ट मीटर: उपलब्धियां और लक्ष्य
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि लगभग 2.13 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं। उन्होंने आगे बताया कि 19.8 करोड़ स्मार्ट मीटर, 52.5 लाख डीटीआर और 2.1 लाख फीडर स्वीकृत किए गए हैं।
ऊर्जा दक्षता और कार्बन न्यूनीकरण
मनोहर लाल ने कहा कि 2014 से लगातार किए जा रहे प्रयासों से भारतीय अर्थव्यवस्था में 2024 तक वार्षिक ऊर्जा खपत में 53 एमटीओई की बचत होगी। इसी प्रकार की बचत उत्सर्जन में 321 मिलियन टन CO2 रही है। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने वाणिज्यिक और आवासीय भवनों की ऊर्जा दक्षता में सुधार के लिए टिकाऊ भवन संहिता शुरू की है।
परिवहन क्षेत्र: इलेक्ट्रिक वाहनों पर फोकस
मनोहर लाल ने कहा कि सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को सुविधाजनक बनाने के लिए 2030 तक 1 लाख ईवी चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।