गुरुग्राम, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। दौलताबाद के 220 सब स्टेशन के ट्रांसफार्मर में फाल्ट आने कर कारन गुरुग्राम में कई क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई। साथ ही चंदू बुढेड़ा के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर भी इसका असर पड़ा, जिसके चलते शहर में पानी की किल्लत का भी लोगों को सामना करना पड़ा। चंदू वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सेक्टर-51 के बूस्टिंग स्टेशन में भी पानी की कम आपूर्ति की जा रही है।
चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सेक्टर 51 के बूस्टिंग स्टेशन में पानी की आपूर्ति पर असर पड़ा है, वहां भी सामान्य से काम पानी की आपूर्ति हो रही है। बिजली निगम के अधिकारीयों का कहना है की ट्रांसफार्मर के कारन जो बिजली आपूर्ति बाधित हुई है उसको दूसरे फीडर से बिजली देने प् प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों ने जल्दी ही बिजली सामान्य होने का अश्वशन दिया है।
220 केवी सब स्टेशन दौलताबाद में सुबह साढ़े तीन बजे बड़ा फाल्ट आ गया था। फॉल्ट आने के कारण चंदू के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट समेत सात फीडर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। फॉल्ट आने से 11 केवी दौलताबाद, 11केवी शेर सिंह विहार-टू, 11 केवी जहाजगढ़, 11केवी शेर सिंह विहार-वन, 11 केवी राजेंद्र पार्क, 11केवी, फ्लोरेंटाइन, 11 केवी चिंटेलस फीडर की बिजली आपूर्ति बंद है।
लोगों का कहना है की शनिवार सुबह बिजली आपूर्ति बंद होने के कारण पानी नहीं आ पाया जिसके कारन मोटर नहीं चली और पानी की समस्या उत्पन हो गई। जिसके चलते नया गुरुग्राम का अधिकतर इलाका रहा पानी के लिए परेशान चंदू वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से सेक्टर 51 के बूस्टिंग स्टेशन को पानी आपूर्ति की जाती है। सेक्टर 51 के बूस्टिंग स्टेशन से नया गुरुग्राम के अधिकतर इलाकों में पानी आपूर्ति की जाती है। ट्रांसफार्मर में फॉल्ट आने के कारण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की आपूर्ति भी ठप है।
बिजली ठप होने से पानी आपूर्ति बाधित होने पर यूनाइटेड गुरुग्राम आरडब्ल्यूएज (यूजीआर) की को-कन्वीनर चैताली मंढोत्रा ने ने लोगों को पानी का प्रबंध करने की सलाह दी है। उनका कहना है कि चंदू वाटर ट्रीटमेंट प्लांट पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। बिजली निगम के अनुसार बिजली आपूर्ति बहाल करने में समय लगेगा इसलिए सभी लोग पानी का प्रबंध अपने हिसाब से करें।
दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण निगम के न्यू पालम विहार के उपमंडल अभियंता विक्रम सिंह परमार का कहना है कि ट्रांसफार्मर में फॉल्ट आने के कारण दूसरे फीडर पर लोड डालकर बिजली आपूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है। सबसे पहले वाटर ट्रीटमेंट की आपूर्ति बहाल करने का काम किया जा रहा है ताकि लोगों को पानी की किल्लत न झेलनी पड़े।