फरीदाबाद/सूरजकुंड (सरूप सिंह)। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 36वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला-2023 का शुभारंभ किया। यह मेला आगामी 19 फरवरी को सम्पन्न होगा। उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ व उनकी धर्मपत्नी डा. सुदेश धनखड़, प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल, मुख्य सचिव संजीव कौशल के साथ गोल्फ कार्ट में सवार होकर मेला परिसर का अवलोकन किया।

अपने उद्बोधन में मनोहर लाल ने कहा की इस बार इस मेले क थीम उत्तरपूर्व के राज्य हैं, उनको अपनी कला संस्कृति की झलक को पुरे देश के कला के साथ दिखाने का अवसर मिलेगा जिससे एक भारत श्रेष्ठ भारत के विचार पूरा होता दिखाई देता है। मुख्यमंत्री ने कहा की भारत ने हमेशा की वसुधैव कुटुंभ्कम के विचार को आगे बढ़ाया है। जब इस मेले में दुनिया भर के देशों की कला व् संस्कृति का भारत की कला व् संस्कृति एक मंच पर आएँगी तो वसुधैव कुटुंभ्कम का विचार पूरा होता है।
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने भाषण में कहा की भारत को समझने के लिए सूरजकुंड मेला बहुत बड़ा योगदान है। और संघई सहयोग संगठन देशों के अध्यक्ष होने के नाते भारत के पास सूरजकुंड मेले के रूप में अपनी कला व् संस्कृति को दिखने का बहुत अच्छा अवसर है। उप राष्ट्रपति ने कहा की ज्यादा देशों के सहभागिता, इस मेले को और भी भव्य बनती है। इस मेले में आने वाले कलाकरों के लिए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। धनकड़ ने कहा की आज दुनिया की सभी संस्थाएं कहा रही है की भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली आर्थिक शक्ति है। और जो भारत कुछ समय पहले ग्लोबल ईकोनोमी में 10 वे नंबर पर था वो आज पांचवें नंबर पर है इसमें देश के कलकारों का बहुत बड़ा योगदान है।
महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सूचना, लोकसंपर्क, भाषा तथा संस्कृति विभाग द्वारा लगाई गई डिजीटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने बांस से बनाए गए नॉर्थ ईस्ट पविलियन में प्रदर्शित हस्तशिल्प उत्पादों का अवलोकन किया। महामहिम उपराष्ट्रपति को फटका पहनाकर सम्मानित किया गया।
इसके उपरांत महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किर्गिस्तान द्वारा लगाए गए स्टॉल पर प्रदर्शित उत्पादों का अवलोकन किया। इसके उपरांत उन्होंने मोदी आर्काइव में प्रदर्शित डिजीटल प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने मेला परिसर में सुरीली धुन से पर्यटकों का मनोरंजन करने वाली बीन पार्टी की प्रस्तुति भी देखी। उन्होंने श्रीलंका द्वारा लगाए गए स्टॉल में हस्तशिल्प उत्पादों का अवलोकन किया।
मेला परिसर में विरासत हरियाणा सांस्कृतिक प्रदर्शनी म्हारी संस्कृति म्हारा स्वाभिमान में पहुंचकर प्रदेश की प्राचीन संस्कृति का अवलोकन किया। इस स्टॉल पर महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को मान-सम्मान का प्रतीक पगड़ी बांधकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को विरासत हरियाणा का स्मृति चिन्ह भेंट किया। महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी धर्मपत्नी डा. सुदेश धनखड़ व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विरासत हरियाणा द्वारा 2016 से 2023 तक की सांस्कृतिक गतिविधियों से तैयार किए गए पोस्टर का विमोचन किया। उन्होंने इस स्टॉल में हरियाणा प्रदेश में प्राचीन समय में घरों में प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया है।