रोहतक, (प्राइम न्यूज़ ब्यूरो)। Aam Aadmi Party के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal की गिरफ्तारी के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भाजपा ऑफिस का घेराव किया। प्रदर्शन के दौरान मुख्य तौर पर बिजेंद्र हुड्डा, जगवीर हुड्डा, शिव मोहन गुप्ता, करण सिंह धनकड़, अरुण कटारिया, डॉ. परमेल, नितिन वर्मा और अरुण हुड्डा मौजूद रहे।

उन्होंने कहा पूरे देश में इस बात को लेकर गुस्सा है कि रात के अंधेरे में कायरतापूर्ण तरीके से बिना किसी सुबूत के अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करके जेल में डाला है। ये इतिहास में पहली बार है कि किसी सिटिंग मुख्यमंत्री को गिरफ्तार करके जेल में बंद किया गया है जिसके खिलाफ एक पैसे का भी सुबूत भाजपा और किसी एजेंसी के पास नहीं है। इसलिए भाजपा की इस साजिश का देश भर में विरोध हो रहा है और ईडी की कार्रवाई का।
उसी सिलसिले आज प्रधानमंत्री आवास पर भी प्रदर्शन हो रहा है और हरियाणा में भी भाजपा ने जो करोड़ों रुपए लगाकर दफ्तर बनाए हैं वहां पर भी प्रदर्शन हो रहा है। जनता को ये बताने के लिए कि जो करोड़ों रुपए लगाकर भाजपा ने हर शहर में दफ्तर बनाए हैं, ये दरअसल कोयले की दलाली और शराब घोटाले के मुख्य अभियुक्त का दिया हुआ 60 करोड़ रुपए का चंदा है और पाकिस्तानी कंपनियों से आया हुआ चंदा है।
उन्होंने कहा कि ये तानाशाही सरकार है जायज सवाल उठाने पर सिर फोड़ देती है। कुरुक्षेत्र में जिस तरीके से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं का सिर फोड़ा, हाथ पैर तोड़े ये केवल तानाशाह सरकार में ही हो सकता है। इसलिए आज हमारे सभी साथी हेलमेट पहनकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जब चुनाव आचार संहिता लागू होती है तो सारी एजेंसियां और पुलिस चुनाव आयोग को रिपोर्ट करती हैं।
लेकिन चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद भी चुनाव आयोग बैठे बैठे देख रहा है। भाजपा के इशारे पर ईडी विरोधी नेताओं को गिरफ्तार कर रही है और पुलिस हमारे नेताओं पर अत्याचार कर रही है। ये सारी बातें इशारा कर रही हैं कि देश तानाशाही की तरफ जा रहा है। इसलिए लोग अब एकजुट हो गए हैं की बड़ी मुश्किल से 300 साल के संघर्ष के बाद हमारे पूर्वजों ने शहदतें दे देकर आजादी ली थी उस आजादी को इतनी आसानी से नहीं जाने देंगे।
उन्होंने कहा कि एक भी एफआईआर में अरविंद केजरीवाल का नाम नहीं है। इसलिए अरविंद केजरीवाल को एक राजनीतिक साजिश के तहत गिरफ्तार किया गया है। यदि ईडी को गिरफ्तार करना ही है तो भाजपा ने जिस हेमंत बिस्वा शरमा के भ्रष्टाचार की पूरी बुकलेट निकाली थी और जिस अजीत पंवार पर 70 हजार करोड़ रुपए का आरोप लगाया था उनको गिरफ्तार क्यों नहीं करती।
ईडी ने शराब घोटाला मामले के मुख्य अभियुक्त राघव रेड्डी ने जब कोर्ट में जमानत याचिका लगाई तो ईडी ने कोई विरोध नहीं किया और जब कोई हमारा नेता जमानत याचिका लगाते हैं तो ईडी विरोध करती है। लेकिन जिस मुख्य आरोपी का ईडी ने विरोध नहीं किया उसकी जमानत होने के बाद 60 करोड़ रुपए भाजपा के खाते में डल गए। जब दिन उस अभियुक्त को पुलिस ने गिरफ्तार किया उसके पांच दिन बाद पांच करोड़ रुपए भाजपा के खाते में डल गए।
