फरीदाबाद, (सरूप सिंह)। विश्व संवाद केंद्र फरीदाबाद पश्चिम द्वारा आयोजित देवऋषि नारद जयंती कार्यक्रम के मुख्य वक्ता संपादक एवं प्रसार भारती के वरिष्ठ सलाहकार ज्ञानेंद्र बर्तरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि हम पत्रकारों को पश्चिमी देशों की चाल को समझना होगा। पश्चिमी देशों के पत्रकारों को पता है कि उन्हें राष्ट्रहित को ध्यान में रखते हुए क्या दिखाना है और क्या नहीं दिखाना है, मगर हमें वो फ्री प्रेस का पाठ पढ़ाकर कुछ भी दिखाने के लिए उकसाते हैं।
बर्तरिया ने देवऋषि नारद जयंती कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता उपरोक्त विचार व्यक्त किए। एनआईटी फरीदाबाद में विश्व संवाद केंद्र फरीदाबाद पश्चिम द्वारा आयोजित देवऋषि नारद जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सी. दास ग्रुप एवं रेडियो महारानी के निदेशक विपिन भाटिया ने कहा कि सोशल मीडिया के आने के बाद से पत्रकारों पर राष्ट्र व समाज के प्रति जिम्मेदारी अधिक बढ़ गई है।
सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ की जो बाढ़ आई हुई है उसकी सच्चाई उजागर करना भी बहुत जरुरी है और पत्रकार उसे बखूबी उजागर कर भी रहे हैं।समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क प्रांत प्रमुख गंगा शंकर मिश्र ने बताया कि पत्रकारों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे जो खबर लिख या दिखा रहें हैं वो राष्ट्र के लिए कितनी उपयोगी है कहने का भाव यह है कि पत्रकार अपनी खबरों में राष्ट्रहित की बात करें।
उन्होंने पोखरण में हुए परमाणु परीक्षण का संस्मरण सुनाते हुए बताया कि परीक्षण के बाद देश के वैज्ञानिकों, सेना और स्थानीय ग्रामीणों को सभी ने बधाई दी कि किसी ने भी इस खबर को लीक होने नहीं दिया, मगर दिल्ली में मौजूद बहुत से पत्रकारों को भी इसकी जानकारी होने के बावजूद उन्होंने राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखते हुए उसे नहीं छापा। यदि यह खबर लीक हो जाती तो अमेरिका भारत को परमाणु परीक्षण करने नहीं देता।